ट्रांसफार्मर को मल्टीमीटर से चैक करना How To Check Transistor Using Multimeter
किसी भी तरह के ट्रांसफार्मर को मॉल्टीमीटर से आसानी से चेक किया जा सकता। जैसा की हम जानते की ट्रांसफार्मर को इंसुलेटेड तार और किसी भी प्रकार के कोर के द्वारा बनाया जाता है। अगर इसमें तार का इसुलेशन ख़राब हो जाए तो वह शार्ट हो जाता है।
ट्रांसफार्मर के ख़राब होने के कारण।
- क्षमता से ज्यादा विधुत धारा आने पर।
- ज्यादा लोड देने पर।
- अधिक गरम होने के कारण वायर पर लगा इसुलेशन क्षति ग्रस्त होने पर।
किसी भी स्टेप-डाउन टार्न्सफ़ॉर्मर में प्राइमरी और सेकेंडरी वाइंडिंग की पहचान कैसे करे।
- मल्टीमीटर से ट्रांसफार्मर की दोनों वाइंडिंग पर रेजिस्टेंस को चैक करे। जिस तरफ की वाइंडिंग पर ज्यादा रेजिस्टेंस दिखाए वह स्टेप-डाउन ट्रांसफार्मर की प्राइमरी वाइंडिंग है। और जिस तरफ कम रेजिस्टेंस दर्शाये वह ट्रांसफॉमर की सेकंडरी वाइंडिंग है।
एनालॉग मल्टीमीटर से ट्रांसफॉमर को कैसे जाँचे।
- इसके लिए एनालॉग मल्टीमीटर को ओह्म के किसी भी रेंज पर सेट करे।
- ट्रांसफार्मर के प्राइमरी वाइंडिंग पर ज्यादा रेजिस्टेंस और सेकेंडरी वाइंडिंग पर कम रेजिस्टेंस दिखाना चाहिए।
- प्राइमरी और सेकेंडरी वाइंडिंग में कुछ भी रेजिस्टेंस नहीं दिखाना चाहिए। मतलब मीटर की सुई बिलकुल भी नहीं हिलनी चाहिए। अगर कुछ भी रेजिस्टेंस दर्शाती है या सुई हिलती है तो ट्रांसफॉमर शार्ट है।
इस प्रकार स्टेप-डाउन ट्रांसफार्मर को चैक किया जाता है।
ध्यान दे : बहुत से स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर के दूसरी तरफ दो या अधिक वाइंडिंग होने पर सभी वाइंडिंग का प्राइमरी वाइंडिंग से किसी भी प्रकार कोई भी सम्बन्ध नहीं होना चाहिए। यदि है तो ट्रांसफार्मर ख़राब है।
डिजिटल मल्टीमीटर से ट्रांसफार्मर को चेक करना।
स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर
स्टेप अप ट्रांसफॉमर
ट्रांसफॉमर के लाभ
ट्रांसफॉमर के कोर
ट्रांसफार्मर की करंट क्षमता
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